ब्रेक-अप
मुलाकात हुई, तुझ से बात हुई,
फिर तुझे अपना बना लूं, इस सोच में ना जाने कितनी रात हुई ।
खुश तो था मैं तेरे आने से पहले भी, लेकिन तेरे आ जाने से यह खुशी बढ़ कर दो से चार हुई ।।
पिछली बार तेरा यूं पलट कर चले जाने पर, वादा किया था मैंने खुद से,
कि अब तो ताउम्र तुझसे नफरत करूंगा ।
लेकिन तुझे देखते ही न जाने क्यों और कैसे, मैं पिघला, और हर बार की तरह इस बार भी,
तुम्हारे नैनो की जीत और इस दिल की हार हुई ।
वो अंग्रेजी में एक कहावत है ना,
“ट्रू लव नेवर डाइज” (TRUE LOVE NEVER DIES),
इस सच्चाई की अब जाकर एहसास हुई ।
तेरा यूं मुस्कुराना, झुकी नजरों से सब कुछ कह जाना,
तेरे यह खुले बाल, और हिरनी जैसी चाल,
आखिर इन अदाओं से, ना जाने तुमने मेरे जैसे कितनों को घायल किया,
फिर भी, इतने अर्से बाद, तुझे जी भर के देखने की दिल ने नैनो को बारम-बार इजाजत दिया ।।
अचानक से मन में उठा एक सवाल,
दिमाग ने पूछने की इजाजत नहीं दी,
लेकिन दिल कर रहा था बवाल ।
आखिर इतनी सज-संवर कर मेरे सामने आने का मतलब क्या है !क्या तुम्हें आज भी मुझसे मोहब्बत है, या हूं मैं किसी गलतफहमी का शिकार ।।
अगर हूं मैं किसी गलतफहमी का शिकार,
तो पास आते ही, क्यों कर देती हो अपनी सारी हदें पार ।।
देखने और सुनने तक तो ठीक थी,
लेकिन तुझे मैंने खुद को इस कदर छूने की इजाजत तो कभी नहीं दिया,
जब वो इजाजत मेरी ना थी, तो वह इजाजत तुमने खुद से कैसे लिया ।
एक जमाना था,
एक जमाना था, जब मैं तेरा अपना था
और जिंदगी भर तेरा ही बनके रहूं, यही मेरा सपना था ।
सपने को नहीं कर पाया साकार,
क्योंकि महबूबा नहीं थी तैयार ।
दिल जलता था तुझे गैरों के साथ खुश देख कर,
लेकिन उसी वक्त, हां ठीक उसी वक्त, मन में यह ख्याल आता था,
ये तो बस मेरे लिए गैर हैं, तेरे तो अपने हैं ।
तू क्यों ना खुश रहे, तुझे तो बस मुझ से बैर है ।।
कसम खुदा की, तेरी गलतियों को तेरी मासूमियत समझकर हर बार माफ करता रहा ।
तुझे दोषी ना समझा जाए, इसलिए तेरी सारी गलती, अपने सर ले कर खुद को दोषी करार करता रहा ।
लेकिन क्या मिला,
क्या मिला मुझे दुनिया के सामने इस कदर अपने की इज्जत की नीलामी कर,
क्या मिला
ना तो तू मेरी हुई, ना रहा अपने यह सफर ।।
अब इस बात से रू-ब-रू हो चुका हूं, ए बेवफा,
कि,
मैं जिसे खुश करने में लगा रहा, वो तो किसी और को खुश करने में खुश है ।
जान निकल जाती थी, जिसके चले जाने के बात से, उसको भी हमने जाते देखा है ।
पैरों तले जमीन खिसकने के बाद,
हमने हर आशिक को,
ऐसे ही लड़खड़ाते देखा है ।
ऐसे ही लड़खड़ाते देखा है,
ऐसे ही लड़खड़ाते देखा है ।।