बोलें झूठ सफेद
खेती करें फरेब की,….बोयें झूठ सफेद!
ऐसों को देना नही, कभी ह्रदय का भेद !!
दिखलाये सपने बहुत, बोले झूठ सफेद !
रिश्ता ऐसे धूर्त से, करें शीघ्र विच्छेद !!
हो जाते है वाकई, …… सीने में तब छेद !
कोई अपना खास जब,बोले झूठ सफेद !!
रमेश शर्मा.