*बोलिए जय हो हिंदी (कुंडलिया)*
बोलिए जय हो हिंदी (कुंडलिया)
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हिंदी में करिए सदा ,रोजाना के काम
सोचें इसमें ही सदा ,लिखने में आराम
लिखने में आराम ,मातृभाषा मन भाती
इसमें मन की बात ,कही सुविधा से जाती
कहते रवि कविराय ,हिंद की गौरव बिंदी
बनिए हिंदी भक्त ,बोलिए जय हो हिंदी
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रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451