Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2021 · 1 min read

बेल होइ

जे जेल होइ त न बेल होइ।
दुइ चार बिगहा सेल होइ।
कोर्ट में चक्कर में चप्पल
घिस जाई,
जमानत में ठेलमठेल होइ।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Bhojpuri
430 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उपहास
उपहास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मोर मुकुट संग होली
मोर मुकुट संग होली
Dinesh Kumar Gangwar
രാവിലെ മുതൽ
രാവിലെ മുതൽ
Otteri Selvakumar
■ welldone
■ welldone "Sheopur"
*प्रणय प्रभात*
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
"नई नवेली दुल्हन"
Dr. Kishan tandon kranti
राम
राम
Sanjay ' शून्य'
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
कागज़ की नाव सी, न हो जिन्दगी तेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
रामावतार रामायणसार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
नगीने कीमती भी आंसुओं जैसे बिखर जाते ,
Neelofar Khan
ट्रस्टीशिप-विचार / 1982/प्रतिक्रियाएं
ट्रस्टीशिप-विचार / 1982/प्रतिक्रियाएं
Ravi Prakash
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
सज सवंर कर श्रीमती जी ने
Chitra Bisht
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
Paras Nath Jha
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
पंकज कुमार कर्ण
बस हौसला करके चलना
बस हौसला करके चलना
SATPAL CHAUHAN
"ऊपर वाले को बेवकूफ समझते हैं लोग ll
पूर्वार्थ
ଅହଙ୍କାର
ଅହଙ୍କାର
Bidyadhar Mantry
*मेरा सपना*
*मेरा सपना*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अर्थ के बिना
अर्थ के बिना
Sonam Puneet Dubey
सरसी छन्द
सरसी छन्द
Dr.Pratibha Prakash
फूल या कांटे
फूल या कांटे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कामयाबी का
कामयाबी का
Dr fauzia Naseem shad
मन के सारे भाव हैं,
मन के सारे भाव हैं,
sushil sarna
तुम वह सितारा थे!
तुम वह सितारा थे!
Harminder Kaur
मंजिल
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नहीं मैं ऐसा नहीं होता
नहीं मैं ऐसा नहीं होता
gurudeenverma198
इश्क बेहिसाब कीजिए
इश्क बेहिसाब कीजिए
साहित्य गौरव
Loading...