बेरोजगारी बड़ी ही निष्ठुर—
बेरोजगारी बड़ी ही निष्ठुर,निर्मम,
निर्दय और निर्लज्ज है साहब।
जिंदगी जहर सी और
जहर ही जिंदगी लगती है।।
#बेरोजगारी
बेरोजगारी बड़ी ही निष्ठुर,निर्मम,
निर्दय और निर्लज्ज है साहब।
जिंदगी जहर सी और
जहर ही जिंदगी लगती है।।
#बेरोजगारी