बेरूखी
1. *अपनो की तीखी बातों पर
मैंने अक्स बहाना छोड़ दिया।
जिनकी बेरूखी ने दिल तोड़ा मेरा
आज वही हमसे पूछते है
तुमने दर्पन क्यों तोड़ दिया।
2. *सोचा था आज दिल खोलकर
अपनों से खूब बातें करूँगी
पर उनकी बेरूखी देखकर
मैने भी अपने मुँह पर
खामोशी का ताला लगा दिया।
3. *जिस घर को कभी मैने
बड़ी शिद्दत के साथ बनाया था
उसके एक-एक समान को
खुद अपने हाथो से सजाया था
आज वहाँ अपनो की बेरूखी देखकर
मैने घर जाना छोड़ दिया।
~अनामिका