Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2024 · 1 min read

बेरंग दुनिया में

बेरंग दुनिया में
सबसे खूबसूरत रंग
सिंदूर का है
जिसमें विश्वास
एहसास, उम्मीदें
हज़ारों सपने
ज़िंदा रहते हैं एक रिश्ते में।

210 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दोस्ती का रिश्ता
दोस्ती का रिश्ता
विजय कुमार अग्रवाल
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
Rakshita Bora
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
पहचान
पहचान
Shashi Mahajan
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
Shweta Soni
मात गे हे डोकरा...
मात गे हे डोकरा...
TAMANNA BILASPURI
आपको सुसाइड नही डिसाइड करना है लोग क्या कह रहे है इस बात को
आपको सुसाइड नही डिसाइड करना है लोग क्या कह रहे है इस बात को
Rj Anand Prajapati
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
Shyam Sundar Subramanian
अर्थी चली कंगाल की
अर्थी चली कंगाल की
SATPAL CHAUHAN
है तो है
है तो है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
गुजरा ज़माना
गुजरा ज़माना
Dr.Priya Soni Khare
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
इसी से सद्आत्मिक -आनंदमय आकर्ष हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak
जिंदगी की राह में हर कोई,
जिंदगी की राह में हर कोई,
Yogendra Chaturwedi
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
Ravi Prakash
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
गवाही देंगे
गवाही देंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
मुझे पहचानते हो, नया ज़माना हूं मैं,
मुझे पहचानते हो, नया ज़माना हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कर लो कर्म अभी
कर लो कर्म अभी
Sonam Puneet Dubey
खिल गई  जैसे कली हो प्यार की
खिल गई जैसे कली हो प्यार की
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
gurudeenverma198
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
Aarti sirsat
अधिकतर ये जो शिकायत करने  व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
Pankaj Kushwaha
4050.💐 *पूर्णिका* 💐
4050.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
👌आह्वान👌
👌आह्वान👌
*प्रणय*
यूँ तो बिखरे हैं
यूँ तो बिखरे हैं
हिमांशु Kulshrestha
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
Bhupendra Rawat
Loading...