बेटी
प्यारी प्यारी बेटियाँ, हम सबका हैं गर्व
इनसे ही संसार हैं, इनसे ही सब पर्व
इनसे ही सब पर्व, लगें रंगोली जैसी
घर रहता गुंजार,चहकती रहतीं ऐसी
कहे ‘अर्चना’ बात, शान भी यही हमारी
भाई का भी प्यार, बेटियाँ होतीं प्यारी
23-09-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद