बेटी
दिलमें दुआएं ही दुआएं छाई है,
मां लक्ष्मी बेटी बनकर घर आई है,
आलोक कांचन की जिंदगी में नया एहसास भर लाई है,
बड़े सौभाग्य से हमने आज बेटी पाई है।
निखर गया है हमारा जीवन,
जबसे आई है ये नन्हिसी जान,
घर आंगन में छाई है खुशियां,
चेहरे पे आई है सबके मुस्कान।
भरने आई उत्साह और उमंग की झोली,
प्यारी सी एक राजकुमारी,
सबके प्यार और आशीर्वाद से,
घर सजाएगी हमारी छोटी राजदुलारी।
खिल गया है घर परिवार,
नन्ही किलकारी से भर गया है मन सारा,
नटखट आदाओ वाली आई एक बिटिया रानी,
लिखने जिंदगी के एक प्यारिसी
कहानी।