बेटियां
विधा-दोहा
प्यार की अनोखी कली , खुशियां घर-घर लाय।
नन्ही सी प्यारी परी, फिर भी मारी जाय।
– वेधा सिंह.
विधा-दोहा
प्यार की अनोखी कली , खुशियां घर-घर लाय।
नन्ही सी प्यारी परी, फिर भी मारी जाय।
– वेधा सिंह.