बेटियां ज़ख्म सह नही पाती
बेटियां ज़ख्म सह नही पाती
बेटियां दर्द कह नही पाती…!
बेटियां आँखों की सितारा हैं
बेटियां दर्द का सहारा हैं…!
बेटियों को भय मत करना
उनको हरगिज़ उदास मत करना…!
बेटियां नूर हैं निगाहों का
बेटियां बाब हैं पनाहों का…!
बेटियां दिल की साफ होती हैं
गोया खिलता गुलाब होती हैं…!
बेटियां अक्स अपनी मांओं का
बेटियां हैं समर दुआओं का…!
बेटियों को सजा मत देना
उनको गम की कबाएं मत देना…!
बेटियां चाहत की प्यासी हैं
ये पराए चमन की बासी हैं…!
बेटियां बेवफा नही होती
ये कभी भी खफा नही होती…!!
बेटे को कुछ कहो तो “वो मुड़ कर जवाब देते हैं” पर
बेटियां पूछती तक नही कि “क्यूं आपने मुझे डांटा”क्यू की बेटियाँ माँ बाप की सहन दर्द होती है बेटियाँ आपसे माँ की लाडी बाप की जान होती है🥰🥰
@स्वरा कुमारी आर्या✍️✍️