बेटियाँ
बेटियों को
खुलने दिया करो
खिलने दिया करो
खेलने दिया करो
हँसने दिया करो
खिलखिलाने दिया करो
नाचने गाने दिया करो
घर सर पर उठाने दिया करो
आजादी से आने-जाने दिया करो
अपनी मां की तरह..
न जाने कब ये मुस्कुराना भूल जाएं
इन्हें मुस्कुराने दिया करो…