बेचारे नेता
नेता हमारे कितने अच्छे हैं
लगता जैसे भोले बच्चे हैं
पार्टियां इनको जान गई है
सही चेहरा पहचान गयीं है
हाथ जुड़े और जुवा मौन है
कल पूछेंगे आप कौन है?
दिशा नही ये कश्ती बदलेंगे
टिकट नही तो पार्टी बदलेंगे
जनता इनसे अघा गयी हो
फिर भी सेवा करके मानेंगे
नेता हमारे कितने अच्छे हैं
लगता जैसे भोले बच्चे हैं