“बेखुदी “
“बेखुदी ”
सुनहरे सपनों का सफर,
बेखुदी में खोया एक पल है।
चाँदनी रातों में छाया,
चाँदनी रौशनी में जीना हर-पल है।।
पुष्पराज फूलदास अनंत
“बेखुदी ”
सुनहरे सपनों का सफर,
बेखुदी में खोया एक पल है।
चाँदनी रातों में छाया,
चाँदनी रौशनी में जीना हर-पल है।।
पुष्पराज फूलदास अनंत