बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
मेरे ईश्वर ने मुझे।
पर जो टूटा इसका बांध
तो सब बह जाएगा
तुम भी………..
और तुम्हारी दुनिया भी ।
****धीरजा शर्मा****
बेइंतहा सब्र बक्शा है
मेरे ईश्वर ने मुझे।
पर जो टूटा इसका बांध
तो सब बह जाएगा
तुम भी………..
और तुम्हारी दुनिया भी ।
****धीरजा शर्मा****