बृषभानु की किशोरी
1- बृषभानु की किशोरी वो नन्दलाल का कन्हैया
आँखों से मुस्कुरा के दिल पे डाका सा कर गये हैं
2- तेरे महलों बिना मांगे दया की भीख मिलती है
ये जो दुनियां है मतलबी है यही तो सीख मिलती है
3-सिवा तेरे किसे जानूँ किसे समझूं किसे मानूँ
बाकी दुनियाँ छलावा है जहाँ सब धोखा खाते हैं
M.Tiwari”Ayen”
9452184217