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1 Aug 2024 · 1 min read

“बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll

“बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll
एक घर के कई भाग किये जाते हैं ll

नाती-पोते दादी नानियों से दूर हैं,
लौ से जुदा चिराग़ किये जाते हैं ll

तानों के गोले बारूद मार-मारकर,
माँ-बाप के दिल दाग दिये जाते हैं ll

बुढ़ापे में फिर से गृहस्थी संभाल रहे हैं,
माँ-बाप को गृहस्थ विभाग दिये जाते हैं ll

जिन बुजुर्गों के तजुर्बों का दुनिया लोहा मानती है,
आजकल के बच्चों द्वारा उन्हें दिमाग दिये जाते हैं ll”

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