बूंदें
हाइकु
मेघ/बूंदें
मेघ हैं छाये
घनघोर घटाएं
बूंदें बरसीं।
काले नयना
हैं बूंदें बरसाते
अरमानों की।
लेकर आया
रिमझिम सीं बूंदें
मेघ श्यामल।
पीलीं धरा ने
पुलकित है मन
ओक से बूंदें।
वर्षा दस्तक
हुई वसुधा पर
बच्चे खेलते।
मेघ की बूंदें
नयी जिंदगी लाई
बुझी तपन।
नीलम शर्मा