Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2022 · 1 min read

बुरे कर्म

किसी व्यक्ति द्वारा किए गए सारे अच्छे कर्म उसके एक बुरे कर्म से धूमिल हो जाते हैं।

Language: Hindi
203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
हनुमानजी
हनुमानजी
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
सपन सुनहरे आँज कर, दे नयनों को चैन ।
सपन सुनहरे आँज कर, दे नयनों को चैन ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
#गुरू#
#गुरू#
rubichetanshukla 781
चुनाव आनेवाला है
चुनाव आनेवाला है
Sanjay ' शून्य'
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या
ग़ज़ल/नज़्म/मुक्तक - बिन मौसम की बारिश में नहाना, अच्छा है क्या
अनिल कुमार
"एकता का पाठ"
Dr. Kishan tandon kranti
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
■ कविता / स्वान्त सुखाय :-
*Author प्रणय प्रभात*
Below the earth
Below the earth
Shweta Soni
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
तुम्हारे अवारा कुत्ते
तुम्हारे अवारा कुत्ते
Maroof aalam
फ़र्क़ नहीं है मूर्ख हो,
फ़र्क़ नहीं है मूर्ख हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्रभु जी हम पर कृपा करो
प्रभु जी हम पर कृपा करो
Vishnu Prasad 'panchotiya'
शब्द : दो
शब्द : दो
abhishek rajak
बुद्ध को अपने याद करो ।
बुद्ध को अपने याद करो ।
Buddha Prakash
Jay prakash dewangan
Jay prakash dewangan
Jay Dewangan
*हर मरीज के भीतर समझो, बसे हुए भगवान हैं (गीत)*
*हर मरीज के भीतर समझो, बसे हुए भगवान हैं (गीत)*
Ravi Prakash
2392.पूर्णिका
2392.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
अस्तित्व
अस्तित्व
Shyam Sundar Subramanian
प्रतीक्षा में गुजरते प्रत्येक क्षण में मर जाते हैं ना जाने क
प्रतीक्षा में गुजरते प्रत्येक क्षण में मर जाते हैं ना जाने क
पूर्वार्थ
सुर्ख चेहरा हो निगाहें भी शबाब हो जाए ।
सुर्ख चेहरा हो निगाहें भी शबाब हो जाए ।
Phool gufran
तो मेरा नाम नही//
तो मेरा नाम नही//
गुप्तरत्न
Humans and Animals - When When and When? - Desert fellow Rakesh Yadav
Humans and Animals - When When and When? - Desert fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
सच तो आज न हम न तुम हो
सच तो आज न हम न तुम हो
Neeraj Agarwal
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
वह मुस्कुराते हुए पल मुस्कुराते
वह मुस्कुराते हुए पल मुस्कुराते
goutam shaw
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
Manju sagar
ठग विद्या, कोयल, सवर्ण और श्रमण / मुसाफ़िर बैठा
ठग विद्या, कोयल, सवर्ण और श्रमण / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...