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23 Sep 2020 · 1 min read

!:::बुरी राहें चलना मत:::!

तारीफ़ों की आंच से पिघलना मत
चिनगारियों से कभी जलना मत।
बुरी राहें मंज़िल तक क्यों न जाएं,
साथ उनके कभी तुम चलना मत।

By-वि के विराज़

Language: Hindi
4 Likes · 469 Views
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