बुरा न मानो होली है …( हास्य व्यंग रचना )
होली के दिन ऐसे व्यक्ति को भी होली का रंग ना लगायें अर्थात उससे जबरन होली ना खेलें .जो होली से चिढ़ता हो. जिसे होली खेलना नापसंद हो. ऐसा ना हो वोह होली से बचकर इधर -उधर छुपने की जगह ढूढ़ रहा हो और आप उसे मौका पाकर अचानक आक्रमण कर दो. या धोखे से घर के बाहर बुलाकर रंगों से भरी बाल्टी उसपर उढेल दो . वोह मजबूर ,बेबस बिचारा क्या करेगा ? होली के शुभ मौके पर क्यों किसी के बद-दुयाएँ लेनी भला . ठीक है ना . समझ गए ना . बस ! मेरा होली जैसे मस्ती-भरे त्यौहार में यह सन्देश आप सभी मित्रों केलिए.
बुरा ना मानो होली है……..