Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2023 · 1 min read

बुद्ध मैत्री है, ज्ञान के खोजी है।

बुद्ध मैत्री है,
ज्ञान के खोजी है,
अपनी कृपा बरसा गये है,
मार्ग दुखो से निवारण का,
मानव को बता गये है।

बुद्ध मैत्री है,
ज्ञान के खोजी है,
तप से बुद्धत्व पा गये है,
बुद्ध बनो बता गये है,
कल्याण करो बता गये है।

बुद्ध मैत्री है,
ज्ञान के खोजी है,
तृष्णा मे ना बंधो बता गये है,
अप्प दीपो बनो बता गये है,
उपदेश सुनो बता गये है।

बुद्ध मैत्री है,
ज्ञान के खोजी है,
धम्म का मार्ग बता गये है,
ज्ञान का दीप जला गये है,
निर्वाण मिलेगा बता गये है।

रचनाकर
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।

2 Likes · 1 Comment · 577 Views
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
*प्रणय*
अब ऐसे दस्तूर हुए हैं
अब ऐसे दस्तूर हुए हैं
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
झूठे परदे जो हम हटाने लगे,
झूठे परदे जो हम हटाने लगे,
पंकज परिंदा
3424⚘ *पूर्णिका* ⚘
3424⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
जय हो जय हो महादेव
जय हो जय हो महादेव
Arghyadeep Chakraborty
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
789Club là một trong những nền tảng cá cược trực tuyến hàng
789Club là một trong những nền tảng cá cược trực tuyến hàng
789clubshow
चलो गीत गाएं
चलो गीत गाएं
महेश चन्द्र त्रिपाठी
फिर तेरी याद आई , ए रफी !
फिर तेरी याद आई , ए रफी !
ओनिका सेतिया 'अनु '
188bet
188bet
188bet
माटी करे पुकार 🙏🙏
माटी करे पुकार 🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
भोर का दृश्य
भोर का दृश्य
surenderpal vaidya
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
श्रेय एवं प्रेय मार्ग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इतना दिन बाद मिले हो।
इतना दिन बाद मिले हो।
Rj Anand Prajapati
मन्नतों के धागे होते है बेटे
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
गलतियाँ करना ''''अरे नही गलतियाँ होना मानव स्वभाव है ।
Ashwini sharma
हम रहें कि न रहें
हम रहें कि न रहें
Shekhar Chandra Mitra
कलम और रोशनाई की यादें
कलम और रोशनाई की यादें
VINOD CHAUHAN
फूलों ने कली
फूलों ने कली
manjula chauhan
लिखना चाहूँ  अपनी बातें ,  कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
लिखना चाहूँ अपनी बातें , कोई नहीं इसको पढ़ता है ! बातें कह
DrLakshman Jha Parimal
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
चंद्रशेखर
चंद्रशेखर
Dr Archana Gupta
नारी
नारी
Nitesh Shah
अंहकार
अंहकार
Neeraj Agarwal
स्नेह
स्नेह
Rambali Mishra
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
⚘छंद-भद्रिका वर्णवृत्त⚘
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Loading...