Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 2 min read

बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-152से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे

##बुंदेली_दोहा_प्रतियोगिता-152*
#शनिवार #दिनांक १७.०२.२०२४#
प्रदत्त विषय -फँदकत (रूठना)
विशेष टिप्पणी:-
आज कुल प्राप्त 13 दोहों में दो दोहे गड़बड़ है एक दोहे के दूसरे चरण में 10 मात्राएं
व चौथा चरण जगण से प्रारंभ होने से लय हीन हो गया है।
तथा एक दोहे में, पहला चरण में यति 22 है। शेष दोहे ठीक हैं।
शुभकामनाएं सहित
प्राप्त प्रविष्ठियां :-

**बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-152*
#शनिवार #दिनांक १७.०२.२०२४#
प्रदत्त विषय -फँदकत (रूठना)

1
सूपनखा फँदकत फिरी,रचौ भौत छल छंद।
नाक कटी चिचया भगी, करौ राम सै दंद।।
***
– एस आर ‘सरल’, टीकमगढ़
2
पैरें घँघरा बेड़नी, फँदकत सबरी रात।
उतै नचाई जो मिली,फँदकत उतै दिखात।।
***
-जयहिन्द सिंह ‘जयहिन्द’पलेरा( टीकमगढ़)
3
फिरबैं फँदकत फूलकैं , फुकना बनै दिखात |
फुआ फुसक मड़वाँ तरैं , फूफा खौं तुचकात ||
***
-सुभाष सिंघई , जतारा
4
सादौ गदियन तौइ पै,फुला लेत मौ वीर।
फदकत फूफा ब्याव में,तनक धरै नहिं धीर।।
***
-प्रदीप खरे मंजुल, टीकमगढ़

5 तृतीय स्थान प्राप्त दोहा-
बड़ी फुआ फँदकत फिरें,बैठीं ड्योढी आन।
फूफा जू को ब्याव में,राखे नइयां मान।।
***
-आशा रिछारिया (निवाड़ी)
6
धनुष टोर दओ राम नें,फँदकत परसुराम ।
फरसा की वे धौंस दै,सुधार दै हम चाम ।।
***
-शोभाराम दाँगी इंदु, नदनवारा

7 द्वितीय स्थान प्राप्त दोहा-
राधा जू सॅंग ब्याव खौं , फॅंदकत नंदकुमार ।
मैया की साड़ी पकर , रोबैं असुआ डार ।।
***
-आशाराम वर्मा “नादान” पृथ्वीपुर

8 प्रथम स्थान प्राप्त दोहा-
फदकत हैं फूफा- फुआ, मामा जीजा बैन।
इन्हैं सँभारो ब्याव भर,नइँतर मिलै न चैन।।
***
– अमर सिंह राय, नौगांव
9
जब खुंसयात घरवारी,तुनक देय बा डोर।
फौरन फँदकत बालमा, छोड़ देय घर दोर।।
***
-रामानन्द पाठक नन्द, नैगुवां
10
दुग‌इ मॅंड़ा फॅंदकत फिरै, शौचालय बनवाव।
सड़क किनारे बालमा,हॅंसी नहीं करवाव।।
***
-भगवान सिंह लोधी “अनुरागी”,हटा
11
फँदकत लौटी माँयँ सें , आइ कटा कें कान ।
सूपनखा नकटी भई , गय भइयन के प्रान ।।
***
-प्रमोद मिश्रा, बल्देवगढ़
12
गोरी तो फॅंदकत फिरे, सुने न कौनउॅं बात।
मन चाओ सब चाउतीं, मन को पैरें खात।।
***
-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता इंदु.बडागांव झांसी
13
सब्जी में भव आज तौ, भौतइँ बेजाँ नोंन।
फँदकत फिर रय बाइ नों, बालम हो गय मोंन।।
***
-अंजनी कुमार चतुर्वेदी, निबाड़ी
########

संयोजक/एडमिन- #राजीव_नामदेव ‘#राना_लिधौरी’, टीकमगढ़
आयोजक- #जय_बुंदेली_साहित्य_समूह_टीकमगढ़
#Jai_Bundeli_sahitya_samoh_Tikamgarh
#Rajeev_Namdeo #Rana_lidhorI #Tikamgarh
मोबाइल नंबर-9893520965
&&&&&&&&&&&&&&&&&&

2 Likes · 1 Comment · 150 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all
You may also like:
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
वीरान गली हैरान मोहल्ला कुछ तो अपना अंदाज लिखो / लवकुश_यादव_अजल
लवकुश यादव "अज़ल"
मेघ, वर्षा और हरियाली
मेघ, वर्षा और हरियाली
Ritu Asooja
इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी ।
इससे बढ़कर पता नहीं कुछ भी ।
Dr fauzia Naseem shad
एक औरत की ख्वाहिश,
एक औरत की ख्वाहिश,
Shweta Soni
मेहनत के दिन हमको , बड़े याद आते हैं !
मेहनत के दिन हमको , बड़े याद आते हैं !
Kuldeep mishra (KD)
असूयैकपदं मृत्युरतिवादः श्रियो वधः।
असूयैकपदं मृत्युरतिवादः श्रियो वधः।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
हम हिंदुओ का ही हदय
हम हिंदुओ का ही हदय
ओनिका सेतिया 'अनु '
बेसहारा दिल
बेसहारा दिल
Dr. Rajeev Jain
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
समय का खेल
समय का खेल
Adha Deshwal
लाल उठो!!
लाल उठो!!
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मेरे वर्णों को नया आयाम दिया
मेरे वर्णों को नया आयाम दिया
Pramila sultan
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
फ़िलहाल देश को सबसे बड़ी ज़रुरत समर्थ और सशक्त विपक्ष की।
फ़िलहाल देश को सबसे बड़ी ज़रुरत समर्थ और सशक्त विपक्ष की।
*प्रणय प्रभात*
मैं अशुद्ध बोलता हूं
मैं अशुद्ध बोलता हूं
Keshav kishor Kumar
धीरे धीरे उन यादों को,
धीरे धीरे उन यादों को,
Vivek Pandey
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
शरीफों में शराफ़त भी दिखाई हमने,
Ravi Betulwala
3140.*पूर्णिका*
3140.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सूत जी, पुराणों के व्याख्यान कर्ता ।।
सूत जी, पुराणों के व्याख्यान कर्ता ।।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"बकरी"
Dr. Kishan tandon kranti
इल्म़
इल्म़
Shyam Sundar Subramanian
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
गुप्तरत्न
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
क्या हूनर क्या  गजब अदाकारी है ।
क्या हूनर क्या गजब अदाकारी है ।
Ashwini sharma
खुशी -उदासी
खुशी -उदासी
SATPAL CHAUHAN
यायावर
यायावर
Satish Srijan
काला धन काला करे,
काला धन काला करे,
sushil sarna
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
Vedha Singh
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
बधाई हो बधाई, नये साल की बधाई
gurudeenverma198
Loading...