बुंदेली दोहा -गुनताडौ
#बुंदेली_दोहा विषय – #गुनताड़ौ (उधेड़बुन )
गुनताड़ौ सब गवँ निपुर , #राना दैखत हाल |
तनबै बारन की दिखत , अब लूली है चाल ||
गुनताड़ौ जाँदा करै , बौइ हौत है फेल |
बैठौ मुड़ी खुजात रत , #राना छूटत रेल ||
गुनताड़ौ अच्छौ करौ , पर ना करियौ देर |
नाँतर सिंघा छौड़ कै , #राना मिलै बटेर ||
गुनताड़ौ भी सब करत , #राना जानत बात |
पर इतनी भी ना करौ , जितनी नइँ औकात ||
दौइ पलीतन देत है , #राना जौ भी तेल |
गुनताड़ौ खट्टौ रयै , बिगरत सबरौ खेल ||
एक #हास्य_दोहा –
धना कात #राना सुनौ , गुनताड़ौ सब छौड़ |
आटौ चक्की पै धरौ , लै आऔ तुम दौड़ ||
***दिनांक 9-12-1 2023
✍️ #राजीव_नामदेव “#राना_लिधौरी” #टीकमगढ़
संपादक “#आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘#अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. #लेखक_संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष #वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
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