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7 Aug 2024 · 1 min read

बुंदेली चौकड़िया- पानी

चौकड़िया -पानी

बिकबै, दूध भाव अब पानी,
नशलें नयी नशानी।।
गैया कौ बौ दूध बताबै,
करत सदा बेमानी।।
पानी दैकै हाथ बना रय,
चतुर बढ़े रमजानी।।
आय मिलौनी, कहै निपनिया,
भइ राना’ हैरानी।।
***
© राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965

2 Likes · 1 Comment · 40 Views
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