बीवी हो तो ऐसी… !!
सेवानिवृत्ति के बाद अनोखेलाल ने अपनी बीबी रामकटोरी के साथ बैंक में एक जॉइन्ट अकाउंट खुलवाया ।
जॉइंट अकाउंट में रिटायरमेंट बेनिफिट के 50 लाख रूपये जमा हुये और नियमित पेंशन भी प्रारम्भ हो गई।
अनोखेलाल ने एक दिन बीबी को ऑनलाइन बैंकिंग का सारा सिस्टम समझाया। साथ ही ओटीपी का महत्व भी बताया औऱ बताया कि जब तक मैं जिंदा हूँ तब तक इस पर आधा हक तुम्हारा भी है। और सख़्त हिदायत भी दी कि किसी भी स्थिति में कभी भी किसी के साथ ओटीपी शेयर न करना ।
एक दिन अनोखेलाल अपना मोबाइल घर पर ही भूलकर कहीं बाहर निकल गये ।
तीन-चार घण्टे बाद जब वे लौटे तो आते ही रामकटोरी से पूछा : कोई कॉल तो नहीं आया था ?
रामकटोरी : ” बैंक वालों का आया था । ”
अनोखेलाल ( घबराते हुये ) : ” ओटीपी से सम्बंधित तो नहीं था ? ”
रामकटोरी ( गर्व से ) : ” अरे वाह! आप तो बड़े स्मार्ट हो । हाँ ओटीपी ही पूछ रहे थे और कह रहे थे कि हमारे बैंकिंग स्टेटस को सिल्वर से हटाकर डायमंड में डालना है जो हमारे लिए बहुत बेनीफिटेबिल रहेगा ।”
अनोखेलाल ( मंद स्वर में ) : ” हे भगवान ! कहीं तुमने उनको ओटीपी तो नहीं बता दिया ? ”
रामकटोरी : ” अरे ! जब बैंक वाले खुद पूछ रहे थे तो क्यों न बताती । ”
अनोखेलाल जी का सिर चकराया और वो धम्म से सोफे पर बैठ गये ।
अनोखेलाल हड़बड़ाकर मोबाइल हाथ में लेकर बैंक अकॉउंट चेक करने लगे और साथ ही बड़बड़ाये : ” अरी महातमन , कमदिमाग , मूढ़ औरत , गये अपने सारे लाखों रुपये , आज गये….. ”
लॉगिन के बाद चैक करने पर अनोखेलाल सुखद आश्चर्य से भर उठे । क्योंकि उसका अकाउंट सही सलामत था और साथ ही बैंक ने आज ब्याज की रकम भी जोड़ दी थी ।
फिर अनोखेलाल ने रामकटोरी से पूछा : ” मोबाइल पर क्या तुमने सही ओटीपी बताया था ? ”
रामकटोरी : ” हाँ जी , बिलकुल सही बताया था । बैंक वाले बार-बार मुझसे कह रहे थे कि फिर से चैक करके सही ओटीपी बताओ ? लेकिन मैंने कहा कि चैक करके ही बताया है । फिर पता नहीं क्या हुआ , फोन पर बोलने वाला मुझ पर चिल्लाने लगा और गालियाँ बकने लगा तो मैंने भी गुस्से में आकर फोन काट दिया । ”
अनोखेलाल: ” क्या था ओटीपी ? ”
रामकटोरी : ” ओटीपी तो 8406 आया था लेकिन ,अपना जॉइन्ट अकाउंट है न , तो मैंने अपना आधा ओटीपी 4203 ही उन्हें बताया ।
अनोखेलाल ने अपनी बीवी का माथा चूम लिया और उसकी पीठ थपथपाते हुये बोले कि ” बीवी हो तो ऐसी” ।।