— बीता हुआ साल —
लोगों से अक्सर सुना
की जिंदगी का एक साल
कम हो गया
सोचता हूँ इनको शायद
आज ही पता चला कि
जिंदगी कम होने लगी है
हम जिस दिन पैदा हुए
उस दिन से ही दिन कम होने लगे
हम अपने काम में मस्त इतने हुए
कि खुद में ही खोने लगे
आभास अब होने लगा जब एक एक
कर के साथ सब का खोने लगा
छोड़ के आ गए शमशान
तो आकर कहने लगे
जिंदगी का यह साल काम हो गया
भेजा था उस ने किस काम को
पर इंसान न जाने
किस किस काम में अक्सर खोने लगे
कमा लूँ धन-दौलत
बना लून आलिशान मकान
यह सपने वो सजोने लगे
कर्म की माला को जप लो
अपना ध्यान उस तरफ भी कर लो
सब कुछ यहीं रेह जाएगा
कुछ् भी साथ तेरे न जाएगा
आने दे मौत जब भी आएगी
उस से क्या तू घबराएगा
मत कह यह किसी से बन्दे
की मेरी जिंदगी के साल
काम होने लगे
बीती तिहारी बिसार दे
बस आगे की सुध ले
यह जिस्म तो फनाह है
फनाह हो रही रह जायेगा
कुदरत की तरफ मुख मोड़ ले
वो ही हैं जो तुम्हे मोहने लगे
नहीं लगेगा फिर तुझ को प्राणी
कि जिंदगी के साल कम होने लगे !!