Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2020 · 1 min read

बिहार चुनावी परिणाम:२०२०

साथियों!
जिनका-जिनका कान्सैप्ट इतना क्लियर है कि ईवीएम से चुनाव निष्पक्ष नहीं होते बल्कि ईवीएम हैक करके चुनाव जीता जाता है। तो वो सभी लोग चुनाव लड़ ही क्यूँ रहे हैं?
या तो चुनाव आयोग सुप्रीम कोर्ट के सामने जा कर ईवीएम हैक करके दिखा दो। अपने घर पर या अपने कार्यालय पर या अपने द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों में सिद्ध करने से नहीं होगा (इतनी समझ पहले विकसित कर लो)
या फिर चुनाव लड़ना छोड़ दो।
हर बार चुनाव हारने के बाद ईवीएम दोषी और आप चुनाव जीते तो ईवीएम अच्छी।
ये कौन सा लॉजिक है भई ?

Language: Hindi
547 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यारा सुंदर वह जमाना
प्यारा सुंदर वह जमाना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
"नया दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
जो रिश्ते दिल में पला करते हैं
शेखर सिंह
🙏गजानन चले आओ🙏
🙏गजानन चले आओ🙏
SPK Sachin Lodhi
"वक्त" भी बड़े ही कमाल
नेताम आर सी
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
बस्ते...!
बस्ते...!
Neelam Sharma
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
अपने ही घर से बेघर हो रहे है।
Taj Mohammad
प्रकृति और तुम
प्रकृति और तुम
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
सत्य कुमार प्रेमी
अयोध्या धाम
अयोध्या धाम
Mukesh Kumar Sonkar
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
लिये मनुज अवतार प्रकट हुये हरि जेलों में।
कार्तिक नितिन शर्मा
अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा
अपनी इच्छाओं में उलझा हुआ मनुष्य ही गरीब होता है, गरीब धोखा
Sanjay ' शून्य'
"चार दिना की चांदनी
*Author प्रणय प्रभात*
*दोहा*
*दोहा*
Ravi Prakash
छल.....
छल.....
sushil sarna
आज का नेता
आज का नेता
Shyam Sundar Subramanian
बढ़ना चाहते है हम भी आगे ,
बढ़ना चाहते है हम भी आगे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
पढो वरना अनपढ कहलाओगे
Vindhya Prakash Mishra
दोहे- माँ है सकल जहान
दोहे- माँ है सकल जहान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
खत
खत
Punam Pande
दोहे : प्रभात वंदना हेतु
दोहे : प्रभात वंदना हेतु
आर.एस. 'प्रीतम'
मौन अधर होंगे
मौन अधर होंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
3231.*पूर्णिका*
3231.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपने  ही  हाथों  से अपना, जिगर जलाए बैठे हैं,
अपने ही हाथों से अपना, जिगर जलाए बैठे हैं,
Ashok deep
नव वर्ष का आगाज़
नव वर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
💐प्रेम कौतुक-546💐
💐प्रेम कौतुक-546💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"कामदा: जीवन की धारा" _____________.
Mukta Rashmi
Loading...