बिहार चुनाव:विश्लेषण
अगर आप सनी लियोनि से ये उम्मीद करते है कि वह यौन सुचिता के मुद्दे पर खरी उतरेगी तो आप प्रचंड चूतिये ही है .इससे ज्यादा कुछ नही ..
बिहार के वर्तमान राजनैतिक माहौल में 18 से 30 या इससे कुछ अधिक आयु वर्ग के जो लोग लालू के लौंडो से ये उम्मीद करते है की वह बिहार को नौकरी से भर देंगे ….बिहार का विकास कर देंगे .उन्हें एक घंटे का समय निकाल के अपने घर या समाज के बुजुर्गो से बिहार के अतीत और लालू गिरोह के मुद्दे पर पर जानकारी अवश्य जुटा लेनी चाहिए ….
इंसान का संस्कार और जन्मजात स्वभाव कभी नही बदलता …..लालू का परिवार आदतन शातिर अपराधी और राष्ट्रद्रोही होने के साथ साथ बिहार के लिए अकल्पनीय अभिशाप रहा है ….. उस दौर में बिहार में बर्वादी के जो बीज रोपे गए थे उनके दीर्घकालीन दुष्प्रभावो से आज की युवा पीढ़ी लगभग अनभिज्ञ है …….
ये वही लुटेरा गिरोह है जिसकी काली कमाई से अर्जित हजारो करोड़ की संपत्तियां वर्तमान केंद्र सरकार जब्त कर चुकी है …….अब आज के किताबी कीड़ा टाईप के पढ़े लिखे लोग ये कुतर्क देंगे कि अगर ये गिरोह अपराधी है तो फिर ये जेल में में क्यों नही ……इस विषय की जानकारी के लिए तथाकथित पढ़े लिखे किताबी कीड़ो को इस बात का संज्ञान लेना होगा कि लोकतंत्र में सिर्फ एक अदालत नही होती है .निचली अदालत से लेकर हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट तक के न्याय के सफ़र में काफी लम्बी प्रक्रिया होती है …….किसी भी अपराधी के पास इस लम्बी और जटिल प्रक्रिया के दौरान लगातार मुकदमा लड़ने .जमानत लेने का लोकतान्त्रिक अधिकार होता है ……..लोकतंत्र में कोई सरकार किसी को जेल नही भेज ….अपराधी को जेल भेजती है अदालते …….
18 से 30 वर्ष या इससे भी कुछ अधिक आयु के लोग जो आज बिहार और झारखंड से सम्बंधित है उन्हें सयुक्त बिहार के उस दौर के घटनाक्रमो का संज्ञान अवश्य लेना चाहिए ……………
बिगत 15 साल में तमाम प्रकार के सकारात्मक , नकारात्मक , दल बदल के घटनाकर्मो के बावजूद बिहार में बहुत कुछ सकारात्मक भी हुआ …….जिसको तभी जाना जा सकता है जब किसी नागरिक के पास अतीत की जानकारी भी हो ताकि अतीत और वर्तमान से तुलना की जा सके ………
जो लोग अपने सीमित अनुभव और अति सीमित जानकारी के आधार पर राष्ट्रीय दल भाजपा पर ये तोहमत लगाते है कि भाजपा अकेले चुनाव काहे नही लडती .उन्हें मालुम होना चाहिए कि कोई भी राजनैतिक दल अपनी ख़ुशी से किसी छेत्रीय दल के साथ कभी समझौता नही करता …………….समाज में फैला भयंकर जातिवाद और मतों के खतरनाक विभाजन के हालातो में मज़बूरी में ही राष्ट्रीय दल किसी छेत्रीय पार्टी से समझौता करता है ……………..
इसके अतिरिक्त एक कडवी बात ………………. किसी भी राज्य के राजनैतिक माहौल के लिए जिम्मेदार सिर्फ राजनैतिक पार्टिया ही नही होती .इसकी प्राथमिक जिम्मेदार होती है राज्य की जनता , जो अपने राज्य के राजनैतिक दलों और नेताओं को ताकत देती है …..
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