बिहार एवं बिहारी (मेलोडी)
बिहार एवं बिहारी (मेलोडी)
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हमहि बिहार हयी, हियरा के प्यार हयी ।
मीठ व्यवहार हयी, सुघर विचार हयी।
समझी ना हमके जी गड़बड़ घोटाला-२
तनिको फुटानी ना सहाला,
बिहारी हम हयीं भोला – भाला।
बड़ इतिहास बाटे, सबका ले खास बाटे।
वीरकुँअर जी के, ईहे रहवास बाटे।
माई भारती के हई, गरवा के माला।-२
तनिको फुटानी ना सहाला।
बिहारी हम हयीं भोला-भाला।।
धरम के ज्योत इहां, ज्ञान के स्रोत इहां।
रहन- सहन में बा तनिको ना खोट इहां
वरत में खास व्रत होला छठ डाला।-२
तनिको फुटानी ना सहाला।
बिहारी हम हयीं भोला -भाला।।
भाखा भोजपुरी ह, हमनी के धुरी ह।
माई जस मीठ बोली, नाही मजबूरी ह।
बोलले से खुले बन्द हियरा के ताला।-२
तनिको फुटानी ना सहाला।
बिहार हम हयीं भोला -भाला।।
✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’