Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
RAMESH SHARMA
103 Followers
Follow
Report this post
4 Jan 2023 · 1 min read
बिस्तर सबका एक
लगी सोच शमशान की, मुझे हमेशा नेक ।
निर्धन हो या हो धनी, बिस्तर सबका एक ।।
रमेश शर्मा
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 158 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
श्रंगार
Vipin Jain
मकर संक्रांति
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
इजरायल–फिलीस्तीन के बीच चल रही लड़ाई
Dr MusafiR BaithA
प्रकृति से हमें जो भी मिला है हमनें पूजा है
Sonam Puneet Dubey
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
लड़ाई छल और हल की
Khajan Singh Nain
यार
अखिलेश 'अखिल'
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Manisha Manjari
*** " गुरु...! गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् .....? " ***
VEDANTA PATEL
मनहरण घनाक्षरी
Rajesh Kumar Kaurav
एक पाती - दोस्ती के नाम
Savitri Dhayal
65 वर्ष की काव्यात्रा
Manoj Shrivastava
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अर्थ काम के लिए
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जिस अयोध्या नगरी और अयोध्या वासियों को आप अपशब्द बोल रहे हैं
Rituraj shivem verma
सर्वनाम
Neelam Sharma
मेरी प्रिया *********** आ़ॅंसू या सखी
guru saxena
*नारियों को आजकल, खुद से कमाना आ गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
जिंदगी एक पहेली
Sunil Maheshwari
4050.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"बदसूरत सच"
Dr. Kishan tandon kranti
तब मानूँगा फुर्सत है
Sanjay Narayan
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
Aisha mohan
😢बड़ा सवाल😢
*प्रणय*
तमन्ना है बस तुझको देखूॅं
Monika Arora
अवसर आया है अभी, करें रक्त का दान
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
Phool gufran
चाहे बड़े किसी पद पर हों विराजमान,
Ajit Kumar "Karn"
Time decides our fate, our journey. And when time changes, e
पूर्वार्थ
ग़ज़ल- हूॅं अगर मैं रूह तो पैकर तुम्हीं हो...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
Loading...