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2 Jun 2023 · 1 min read

बिना डरे पकता नही,कभी प्रीति का आम

गठबंधन देता हमें. ……..यही एक पैगाम ।
बिना डरे पकता नही,कभी प्रीति का आम ।।

बैरी को भी जोड़ दे,भय का पक्का घोल ।
आगे जिसके फेल है,सचमुच फेविकोल ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 319 Views

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