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12 May 2024 · 1 min read

बिती यादें

यादें याद आती है…
कभी चेहरे पर मुस्कान,
तो कभी आँखो से आसुं टपकाती हैं,
न जाने ये यादें बिनबुलाए कब, कहा से आ जाती हैं|
कितना भी सोचो याद नहीं करना हैं,
लेकिन फिर भी ये मन मैं घुसती चली जाती हैं
अच्छी यादें जो चेहरे पर मुस्कान लाती हैं,
बितें वक्त, और बितें पल कि परछाई दिखाती हैं|
काश कोई बटण होता तो बुरी यादें डिलीट कर देती….
काश कोई बटण होता तो बुरी यादें डिलीट कर देती…….
लेकीन यही तो वो यादें हैं,
जिनसे जिन्दगी में कुछ बडा़ कर
दिखाने की उम्मीद जाग उठी|

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