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30 Aug 2022 · 1 min read

बिछड़ेंगे सब बारी बारी

बिछड़ेंगे सब बारी – बारी
*********************
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।
छोड़कर सभी यादें प्यारी।

यार प्यारे हुए परदेशी,
इक – दूसरे के थे हितैषी,
बदली वाहक हम पर भारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

हाथ बढ़ाना साथ निभाना,
साथ पढ़ाना साथ खिलाना,
याद आएगी बहुत तुम्हारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

गर्म चाय की मीठी चुस्की,
तन-मन में आ जाती चुस्ती,
धर्मवीर सी हमारी यारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

GTD ने हमें बहुत छकाया,
बहुत भगाया बहुत सताया,
काम नहीं आई होशियारी।
बिछड़ेंगे सब बड़ी – बारी।

बैठ कार में साथ थे आते,
मजेदार सी बातें बतियाते,
रास आई थी हम सवारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

स्कूलों को हमने सजाया,
राग प्यार का साथ बजाया,
कर ली है जानें की तैयारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

अपने आप में हम थे धांसू,
आँखों मे अब आये आंसू,
विदाई की रुत बहुत न्यारी।
बिछड़ेंगे सब बारी-बारी।

प्यारे बच्चे बहुत ही अच्छे,
हम थे उनसे वो थे हमसे,
रीत रही है यही संसारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

मनसीरत हमे भूल न जाना,
दुख-सुख में है सदा बुलाना,
जिंदा रखना आदतें सारी।
बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।

बिछड़ेंगे सब बारी – बारी।
छोड़कर सभी यादें प्यारी।
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सुखविन्दर सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 176 Views
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