बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी।
बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी।
उनींदी आँख पे ख़्वाबों को पुर – थकन होगी।
तुम्हारे साथ मुहब्बत के रंग तारी हैं,
तुम्हारे बाद उदासी ही हम – सुख़न होगी
प्रशान्त मिश्रा मन
बिछड़ के नींद से आँखों में बस जलन होगी।
उनींदी आँख पे ख़्वाबों को पुर – थकन होगी।
तुम्हारे साथ मुहब्बत के रंग तारी हैं,
तुम्हारे बाद उदासी ही हम – सुख़न होगी
प्रशान्त मिश्रा मन