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23 Apr 2022 · 1 min read

बिंदास

जरूरी भर मिला इफ़रात नहीं,
मगर उजाला है कोई रात नहीं,
चमकता था जो गुरुर में बहुत,
गया वो डूब कोई औकात नहीं

Language: Hindi
383 Views
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