बदमाशियां बच्चो की, स्नेह शिक्षक का
काश यह दिवस हम रोज मनाए,
आप न हो कभी ऐसा दिन ना आए।
स्कूल में आप जब-जब करते बदमाशी,
डॉट डॉट कर आपको याद आ जाती नानी।
मैम इसने मारा उसने मारा रोज ही करते,
एक ही नारा हरवक्त लगाते।
सुनकर जब हम तंग हो जाते ,
आपके लिए हम जज भी बनते।
“मैं सही हूं मैम मैं सही हूं मैम बोला ना मैं सही हूं मैम”
एक बात की जब आप जिद्द कर बैठते,
आपको मनाने में हमारे पसीने छूटते।
जब अपनी ही गलती आप नहीं हो मानते,
फिर भी आप हमे प्यारे ही लगते।
हमे होता है आप पर पूरा यकीन,
आप मानते हो बात मेरी जब मैं करूं एक दो तीन।
भोले बच्चे मेरे दिल के पूरे है साफ़,
सहकर नादानी करूं दिल से उन्हें माफ़।
आपसे यह रिश्ता अनूठा हमारा,
हम बिछड़े आपसे, पल ना आए दोबारा।
हम आप में ही जीते है , आपने में ही पलते,
आपके ही साथ, हम बनते बिगड़ते।
आपकी हँसी से हमें, मिलती जो ऊर्जा,
उतार ना पाएंगे हम, उसका कर्जा।
आपने हमे जो दिया मान – सम्मान,
हम आपके सक्सेस के लिए ,लगा देंगे अपनी जान।
विद्यालय की बगिया फूल खिलेंगे,
जब- जब आप यूंही खुलकर हसेंगे।
वादा है आपसे ना होगा पढ़ाई का बोझ,
हंसते- हंसते मिलकर, काम करेंगे लोड।
रटना नहीं, रखना कांसेप्ट क्लियर,
फिर लोड ना होगा समझे डियर।
डरना नहीं हम तो प्यार के पुजारी है,
आपके लिए तो पूरी दुनिया वारी है।
आशीष हमारा आप छूओ आसमान,
दया दिल में रख कर , बढ़ाओ परिवार का मान।
अब करती हूं स्टॉप, और लेती हूं गैप,
बताना बच्चों कैसा लगा ये रैप।