बाल गोपाल
जैसे ही रात के 12 बजे हम सभी पूजा मे लग गए..लगभग आधे घंटे की पूजा के बाद सभी को प्रसाद दिया गया l
और हम सभी दूसरे कमरे मे चले गए पर मेरी बेटी वीरा जो अकेले नही रहती वो मंदिर जो की रसोई घर मे है वहां से आई नही ये देखने मे जब वहां गई तो देखा हमारा माखनचोर चुपके से दही शक्कर खा रहा था मुझे अचानक ही उसमे भगवान कृष्ण की झलक दिखी सोचा इस पल को शूट कर लू तो ये देखकर हमारा माखनचोर डरा नही
और पोज देने लगा l
“सच मे हर छोटे बच्चे माखनचोर होते है ” बाल गोपाल होते है…..