*बाल गीत (मेरा मन)*
बाल गीत (मेरा मन)
मेरा प्यारा मन कहता है।
कुछ खाने का मन करता है।।
क्या खाना है पता नहीं है ?
याद किसी की सता रही है।।
मेरा साथी बुला रहा है।
कई दफा से बोल रहा है।।
आज उसी के घर जाना है।
मीठा मीठा कुछ खाना है।।
मुझको पा कर वह होगा खुश।
क्या जाने पर होगा नाखुश??
नहीं नहीं ऐसा सोचो मत।
मेरा साथी अति सुन्दर सत।।
मेरा साथी सबसे अच्छा।
है कोई क्या उससे अच्छा??
नहीं नहीं, वह सबसे उत्तम।
सबसे सुन्दर वह है अनुपम।।
साहित्यकार ऋतुराज वर्मा