बाल गीत…. बढ़ो आगे
ओजस्वी गीत
========
बढ़ो आगे- चढ़ो मंजिल
खुश होगा यहां हर दिल
तुम्हारी जीत देखकर
तुम्हारी प्रीत देखकर
मेहनत नहीं जाती बेजा
हमने नजदीक से ये देखा
बढ़ते ही रहो चलते ही रहो
नजदीक खड़ी तेरी मंजिल
तुम्हारी जीत देखकर
तुम्हारी प्रीत से देखकर
आलस्य जीत का दुश्मन है
मेहनत नहीं जो बे-मन है
हारे नहीं जो आंधी से
रोशन हुआ यहां हर पल
तुम्हारी जीत देखकर
तुम्हारी प्रीत देखकर
खाओ कसम ना हारेंगे
हर जीत की बाजी मारेंगे
तोडेंगे बाधाओं का मुंह
जीवन हो जाएगा उज्जवल
तुम्हारी जीत देखकर।
तुम्हारी प्रीत देखकर।।
==========
गीतकार
डॉ. नरेश कुमार “सागर”