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17 Mar 2021 · 2 min read

बाल कहानी – दोस्ती का सबक

बाल कहानी – दोस्ती का सबक

राजू व संजय बहुत अच्छे दोस्त थे । जहाँ भी जाना -आना , साथ – साथ करते थे । दोनों अमराई जाने के लिए दोपहर के समय निकले । राजू बहुत बुद्धिमान, चालाक, झूठा व अवसरवादी था । दोनों ने आपस में वादा किया कि किसी तरह का खतरा आने पर एक -दूसरे का साथ देगें । आज मौसम बड़ा सुहाना था । अमराई की घनी छाया में पहुंचे तो राहत की सांस ली । आम बौरा गए हैं , मंजरियों की भीनी -भीनी महक से सारा वातावरण सुवासित हो गया हैं । रानी मधुमक्खि ने आम के शाखा पर छत्ता बनाया । दोनों अमराई में आम के पेड़ के पास पहुंचे , आम के गुच्छे देखकर मूहँ में पानी आ रहा था । राजू ने आम के पेड़ ऊपर पत्थर फेककर आम को निचे गिराने लगा तभी एक पत्थर आम को न लगते हुये जहां मधुमक्खी का छत्ता था वहां जाकर पत्थर लग गया और सभी मधुमक्खियों नें दोनों पर धावा बोल दिया संजय पेड़ के नीचें होने के कारण सभी मधुमक्खियों नें चारों और से डंक मार के संजय को घायल कर दिया । संजय घबराकर मधुमक्खियों को पेड़पत्तियो से भगा रहा था , राजू ने अपने दोस्त को अकेला मुसिबत में छोड़कर , मदद न करते हुये घर की और भाग गया ।

संजय को बहुत ज्यादा मधुमक्खियों के डंक लगने से बचाव -बचाव की आवाज़ लगाकर , पेड़ के नजदीक पानी के नाले में जाकर मधुमक्खियों के डंक निकाल रहा था । उसी समय एक किसान अपने खेत की और जा रहा था । अचानक किसान को बचाव – बचाव चीखने की आवाज सुनाई दी । किसान को लगा कि मुसिबत में पड़ा कोई व्यक्ति मदद के लिए पुकार रहा हैं । वह आवाज़ की दिशा में चल पड़ा । किसान ने दौड़कर संजय की मदद की । उसके शरीर में जहाँ -जहाँ मधुमक्खियों नें डंक मारे थें , सब जहरीले डंक निकाल दिये गये । अब थोड़ी राहत हो गई । तुरन्त उसे अपने खेत लेकर आये , वहां लोहे की वस्तु से प्रभावित जगह पर रगड़ लगाई व प्राथमिक उपचार कर , नजदीक चिकित्सालय में ले गये ।

प्राथमिक व अस्पताल का पूर्ण ईलाज होने के बाद राजू आया । बहुत भावुक होकर कहने लगा बहुत ज्यादा मधुमक्खियाँ थी , मैंने मधुमक्खियों को दूर भगाया । संजय को सब समझ आ गया । अगर किसान समय पर मेरी आवाज सुनकर नहीं आता तो मेरे शरीर मे जहर फैल गया होता और मेरी मृत्यु भी हो सकती थी । मैने दिल से किसान का धन्यवाद कहाँ , और झूठे दोस्त पर कभी भरोसा नहीं करना चाहिए व मुसीबतों में साथ छोड़ने वाले मित्र से हमेशा -हमेशा दूरी बनाई ।

राजू गजभिये
लेखक एवं मार्गदर्शन
बदनावर जिला धार
मध्यप्रदेश

Language: Hindi
472 Views
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