बारूद के ढेर पर बैठी है आज ये दुनिया
बारूद के ढेर पर बैठी है आज ये दुनिया,
पता नही किधर जायेगी आज ये दुनिया।
जब से हुआ है युद्ध रसिया यूक्रेन का,
भयभीत हो गई है अब सारी ये दुनिया।।
विश्व युद्ध न हो जाए,इससे परेशान है ये दुनिया,
अपने अपने बचाव में लगी है सारी ये दुनिया,
स्वार्थी सभी हो गए कोई किसी को न पूछता,
कौन किसी की मदद करेगा,पूछ रही ये दुनिया।।
दी है दगा मुझे नाटो के सभी सदस्य देशों ने,
कोई नही आया,मुंह मोड़ लिया सभी देशों ने।
अमेरिका भी माहिर है दगा देने में यारो,
उसका भी रूप देख लिया अब अनेक देशों ने।।
भर गया मेरा मन ग्लानि से ये यूक्रेन बोला,
दिया ने साथ किसी ने,मेरा सिंहासन डोला।
बोल देते पहले ही,हम तेरा साथ न देंगे,
आंखो में आंसू भरकर,मुझे यूक्रेन ने बोला।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम