बारिश मे प्रेम ❣️🌹
बारिश मे प्रेम ❣️🌹
रात कि बारिश मे बैठ कर कुछ सोचा था,
कुछ गहरा सा लिख डालू पर
“प्रेम से ज्यादा क्या लिखूं..!
प्रेम मे पड़ के सोचा था
कुछ ठहरा सा लिख डालू पर,
“दर्द” से ज्यादा क्या लिखूं..!
दर्द मे पड़ कर सोचा था
कुछ समन्दर सा लिख डालू ,
पर “आँसू” से ज्यादा क्या लिखूं..!
आंसु के भीगे पलकों से सोचा था
अब जिन्दगी लिख डालू पर ,
“तुमसे” ज्यादा क्या लिखूं..!!
#स्वरा कुमारी आर्या✍️