बारिश की बूँदें
बारिश की बूंदें (धनुष वर्ण पिरामिड)
है
घोर
तपिश
यह काल
महा,व्याकुल
जी को अब बूँद
मिले, बादल तुम
कृपा करो हे प्यारे !
खुश होकर आ
रिमझिम की
बारिश की
बूँदों में
जाऊँ
खो।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
बारिश की बूंदें (धनुष वर्ण पिरामिड)
है
घोर
तपिश
यह काल
महा,व्याकुल
जी को अब बूँद
मिले, बादल तुम
कृपा करो हे प्यारे !
खुश होकर आ
रिमझिम की
बारिश की
बूँदों में
जाऊँ
खो।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।