बाबा भक्त हास्य कटाक्ष
1. बाबा-हौ कारीगर आबह हम तोरा आ तूं हमरा सम्मानित क दिहअ?
भक्त-मैथिली गिरोह बला चलेन नै करू?
बाबा-एह राता रति प्रसिद्ध भऽ जाएब की?
भक्त-बिन पब्लिक पढ़ने प्रसिद्ध साहित्यकार?
2. बाबा- भोंट हमरे देब? हम बिकास करूँगा?
भक्त- नल जल, मनरेगा, पक्की सड़क वला रूपैया खा बलेरो लअ लेलह?(आ झूठे तितमहा)
3. बाबा- हौ कारीगर हमरा पुरूस्कार भेट गेल.
भक्त- से कथि लै यौ बाबा?
बाबा- अगिया बेताल संग्रह लेल.
भक्त- इह किताब बिकेबे नै कएल लोक पढ़बो देखबो ने केलक आ गौरबे चूर?
4. बाबा-एं हौ कारीगर मैथिली मे नाम होइ से की करू?
भक्त- कोनो मैथिली गिरोह बना लियअ नै त पुरने गिरोह मे सोनहिया जाउ?
बाबा-ओई स की हएत?
भक्त-लगले मैथिली सेवी, मिथिला रत्न भेटत की?
5. बाबा- एं हौ कारीगर मैथिली साहित्यकार सब गिरोहवादी ठिकेदारी किए करै जाइए?
भक्त-पुरूस्कार,आयोजन,ज्यूरी, संयोजक,मिथिला रत्न मे अप्पन नाम दफानै दुआरे की?
6. भक्त- हौ बाबा मैथिली साहित्यकार सब चोरनुकबा जेंका बलू निब्दी किए मारने रहै जाइ हइ?
बाबा- एह सबटा मैथिली वला सब त प्रसिद्ध साहित्यकार हेबाक भ्रम मे रहै छै की?
7. बाबा- हौ कारीगर एक जूम तमाकुल खुआबह?
भक्त- यौ बाबा ल लियअ पुदिना नै त खाउ कुमहर कदीमा?
बाबा-ठीके कहलह एक सांझ कठतीमनो हैत?
8. बाबा- हे कारीगर अहाँ के हम खाधि मे खसा देब?
भक्त- त फेर हमहूँ अहाँ के लूत्ति लके झड़का देब की? (करैत रहू बतकुट्टबैल).
© किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)