बाबा भक्त (कटाक्ष)
भक्त- हे हो बाबा तोंई झबराह दारही रखने रहू लगले छोपा लैलहू कैले?
बाबा- हौ बेरोजगारी,महँगाई, जुमलेबाजी वला उड़ीस दारही खोखैर खा गेल की?
भक्त- हौ बाबा रोजगार नै भेट रहल केना गुजर हेतै?
बाबा- मन के बात सुनह नै त पकौड़ा बेचह? अई स भूख पिआस हेराएल रहतह?
बाबा-एं हौ मैथिली पुरस्कृत पोथी सब कोन दोकान पर भेटत?
भक्त- ज्यूरी मेम्बर सब के दलान टा पर भेटत?
बाबा-लोक किताब देखबे ने केलकै त फेर कथी लै पुरूस्कार?
भक्त-मैथिली करै जोगारी खेल?
बाबा-एहेन कहूँ उछनर करब भेलैए? कोना क परिछब गौरि बुढ़बा बर गे?
भक्त-त फेर केस दारही डाई करा रंगा के जबनका बर भऽ जाउ? के करत उछनर?
भक्त- ह यौ बाबा मोछक प्रकार सब कहू तऽ?
बाबा- त्रिभुजाकार, चतुर्भुजीकार(फ्रेंच), डकूबा, देखावटी, माछि कट?
भक्त- अइ मे से नीक कोन हेतै ग बाबा
बाबा- हमरे सन सफाचट किए त अधपकलाहा मोछ रंगाएब स भेल छुट्टी
बाबा- मैथिली साहित्यकार सब अपने गिरोहक लेखक टा के मानतह?
भक्त-कारीगर कोनो गिरोह मे नै रहलै त की ओकरा लेखनी के मोजर नै करबै की?
बाबा- देखै छहक बेटा लै एतेक पाबइन कबूला पाति सब करै जाइए लोक सब?
भक्त-आ बेटी लै पाबइन करै बेर कोनो सांप ध ल हइ? एक्को टा पबनि बेटि नामे कहां देखलि?
भक्त- मैथिली के समावेशी आ सरोकारी बनबहे पड़त?
बाबा- ठीके मे देखावटी भवडाह स त मैथिली खंड बिखंड मे बँटले रहत?
बाबा- हौ हमरा पुरूस्कार भेटि गेल?
भक्त- हे त पुरस्कार लऽ के नाचू?
बाबा- एं हौ एना भंगतराह किए बजै छह?
भक्त- जोगार स भेटल पुरस्कार पर एतेक देवगणाह किए भेल छी?
©किशन कारीगर