*बाबा तीजो है (बाल कविता)*
बाबा तीजो है (बाल कविता)
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छोटे-छोटे हाथों में मेहॅंदी रची है
देखो इनका निखार
बाबा तीजो है
आज नहीं जाउॅंगी स्कूल पढ़ने
झूले से आज मुझे प्यार
बाबा तीजो है
बादल हैं काले घिर-घिर आते
पड़ जाए रिमझिम फुहार
बाबा तीजो है
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रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451