बापूजी(नानाजी)
काशी की धरती पर देह का अंत,
पवित्रता का प्रतीक, पुण्यकारी हो आप कोई संत।
बापुजी आपने हमें छोड़ दिया,
पर आपकी सीखों से कुछ ना बड़ा।
आपकी यादें, आपके विचार,
भगवान पर भरोसा, उम्मीद का आधार।
हर एक कदम पर आपकी छाया,
जीवन में सदा सच्चाई का साया।
धर्म की राह पर चलना सिखाया,
संघर्षों में भी हिम्मत दिखाया।
आपके आदर्श, आपकी प्रार्थना,
हमारे जीवन की अनमोल साधना।
काशी के घाट पर आपका वास,
हमारे दिलों में आपका विश्राम।
आपकी सिखाई बातें, हमारे साथ,
भगवान पर भरोसा, हर एक सांस।
आपके चरणों की धूल,
हमारे जीवन की अनमोल फूल।
बापुजी, आपके बिना भी,
हम आपकी राह पर चलेंगे सदा।
–कांचन