बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
हिलमिल रहना मेरे भाई_ इतिहास तुम्हें लिखना है।।
समझो एक दूजे को दिल से गलतफहमियां दूर करो।
आने वाली पीढ़ी को भी सब कुछ तुमसे सीखना है।।
कवि राजेश व्यास “अनुनय”