*बात पसंद की हो तो तुम मुझे बहुत पसंद हो*
बात पसंद की हो तो
मुझे समन्दर की लहरें
बरसती बारिशें
फूलों की खुशबू
खेतों की सोंधी सोंधी महक
नदी-तालाब के किनारे
चांदनी रातें
दिल्लगी करना और
तुम्हारी निग़ाहों में डूब जाना
शिव प्रताप लोधी